भारतीय विरासत और वैश्विक दृष्टि: (कला, शिक्षा, साहित्य व फैशन का समकालीन परिप्रेक्ष्य)

Authors

Dr. Mantosh Yadav
Kushagra Jain

Synopsis

भारतीय विरासत और वैश्विक दृष्टि

(कला, शिक्षा, साहित्य व फैशन का समकालीन परिप्रेक्ष्य)

 

 

 

 

संपादक

डॉ. मंतोष यादव

सह-संपादक

कुशाग्र जैन

 

 

 

शिवाग्र कलामंच फ़ाउंडेशन

बांसवाड़ा, राजस्थान

 

भारतीय विरासत और वैश्विक दृष्टि

© सर्वाधिकार प्रकाशक के अधीन, 2025

 

सर्वाधिकार सुरक्षित

इस पुस्तक के सभी लेख लेखक के मौलिक है। किसी विवाद के संबंध में संबन्धित लेख के लेखक पूर्ण रूप से जिम्मेदार है।

 

 

मूल्य: ₹699/-(hardback)

          ₹299/-(Paperback)

Hardback ISBN: 978-81-991082-0-2

Paperback ISBN: 978-81-991082-4-0

E-book ISBN:978-81-966404-8-4

 

 

शिवाग्र कलामंच फाउंडेशन,

रेफरल हॉस्पिटल, बागीदौरा

ज़िला : बांसवाड़ा, राजस्थान - 327601

फ़ोन: 8619993231

kalaamanch000@gmail.com

 

 

 

कवर डिजाइन व लेजर कम्पोज़िंग:

कुशाग्र जैन

 

 

विशेषज्ञगण (Experts)

1.      डॉ. अवधेश मिश्रा, सहायक प्राध्यापक, फाइन आर्ट्स, DSMNR विश्वविद्यालय, लखनऊ (उ. प्र.), वरिष्ठ कलाकार एवं संपादक 'कला दीर्घा' अंतरराष्ट्रीय जर्नल ऑफ विज़ुअल आर्ट्स

2.      डॉ. रजनीश सिंह, सहायक प्राध्यापक, शिक्षा विभाग, जे. आर. डी. स्टेट यूनिवर्सिटी, चित्रकूट (उ. प्र.)

3.      डॉ. चिमन डांगी, निदेशक, आर्ट जंक्शन रेज़िडेंसी, उदयपुर (राजस्थान)

4.      प्रो. (डॉ.) ऋतु जोहरी, विभागाध्यक्ष, फाइन आर्ट्स, जे. एन. वी. विश्वविद्यालय, जोधपुर (राजस्थान)

सलाहकार मंडल (Advisory Board)

1.      डॉ. देवेंद्र त्रिपाठी, क्षेत्रीय सचिव, राष्ट्रीय ललित कला अकादमी, क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ

2.      डॉ. ईश्वर चंद गुप्ता, प्राध्यापक, पेंटिंग विभाग, धर्म समाज डिग्री कॉलेज, अलीगढ़ (उ. प्र.)

3.      डॉ. अवधेश कुमार सिंह, निदेशक, फाइन आर्ट्स संस्थान, वाराणसी

4.       डॉ. प्रसन्ना पाटकर, सहायक प्राध्यापक, फाइन आर्ट्स विभाग, MGC विश्वविद्यालय, चित्रकूट, सतना (म. प्र.)

5.      डॉ. सुस्मिता नंदी, सहायक प्राध्यापक, बौद्ध एवं भारतीय अध्ययन विश्वविद्यालय, रायसेन

6.      प्रो. (डॉ.) रोहिता शर्मा, विभागाध्यक्ष, फाइन आर्ट्स, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा (पंजाब)

सहयोगी सदस्य (Supporting Members)

1.      डॉ. शिव नारायण, विभागाध्यक्ष, शिक्षा संकाय, आईसीएफएआई विश्वविद्यालय, रायपुर (छ. ग.)

2.       डॉ. राजकुमार पांडेय, सहायक प्राध्यापक, फाइन आर्ट्स विभाग, DBUU, देहरादून

3.       डॉ. राकेश चौधरी, विभागाध्यक्ष, फाइन आर्ट्स, एमिटी विश्वविद्यालय, गुरुग्राम

4.       डॉ. राकेश साह, क्लस्टर हेड एवं प्राध्यापक, पेट्रोलियम एवं ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय, देहरादून

 


 

 

विषयवस्तु

प्रकाशकीय.. vii

संपादकीय.. ix

1. कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लखनऊ का छठा एवं सातवाँ दशक – अवधेश मिश्र   1

2.भारतीय विरासत: वैश्विक परिदृश्य – प्रो. ऋतु जौहरी.. 23

3. भारतीय विरासत और वैश्विक दृष्टि: मिथिला के लोक चित्रों में - डॉ. ईश्वर चन्द गुप्ता     33

4. Influence of Technology in Indian Art - Gyanendra Kumar Kanaujia  39

5. A study design of Indian Political cartoon and it's cognitive Perception - Prasun Chakraborty  53

6. Integrating Indian Knowledge System and Culture in Education: A Teacher’s Perspective on NEP 2020 - Dr. Alok Ojha. 69

7. प्राचीन स्मृति के इतिहास में लोक कलाओं की पहचान - डॉ. अमिता शुक्ला...... 81

8. शिक्षा में कला का महत्त्व - डॉ अनीता वर्मा... 89

9. The Digital Turn: Navigating New Media Art in the Practice of Contemporary Indian Visual Artists Dr. Anirban Dhar 95

10. आज के आधुनिक समय में उपभोक्ता को प्रभावित करने की दृष्टि से एप्लाइड आर्ट (व्यावसायिक कला) में तकनीकी योगदान – रवि कांत पांडे. 100

11. The Bark as a Canvas of History: Exploring Identity and Cultural Memory through Traditional Aquilaria Tree Paintings in Assam - Guptajit Pathak. 111

12. स्त्री संवेदना और कला: एक भावनात्मक, सांस्कृतिक और कलात्मक दृष्टिकोण – डॉ. किरण भारद्वाज   127

13. भारतीय समकालीन कला: वैश्विक कला बाजार में प्रभावशाली उपस्थिति – डॉ० सचिव गौतम   135

14. Santiniketan Alive in the Memory of Literature and Art: A Contemporary Perspective – Krishna Kumar Yadav 1 & Dr. Karuna Singh2 & Yashashree Ravindra Sutar3 145

15. Embodied Narratives and Feminine Sensibility in Contemporary Indian Women’s Art – Priya Mishra. 151

16. Revival of Folk Art : Role of Artists, Designers, and Technology – Shreya Dwivedi 165

17.  Rooted in Diversity: A Transcultural Ecological Approach to Sustainability through  Indigenous Knowledge, Art, and Narrative Traditions – Tanisha Wadhawan 1,Dr. Jyoti Agnihotri, Dr. Manish Arora 2 177

लेखक सूची... 195

 

Published

August 10, 2025

How to Cite

भारतीय विरासत और वैश्विक दृष्टि: (कला, शिक्षा, साहित्य व फैशन का समकालीन परिप्रेक्ष्य). (2025). SHIVAGRA. https://event.skmanch.in/index.php/s/catalog/book/1